Application for anticipatory bail on issue of warrant by magistrate?


    अरविंद सूद विरूद्ध रूपाली , 2003 ( 5 ) एम . पी . एल . जे . 48 , 
जब कभी मजिस्ट्रेट के द्वारा किसी अभियुक्त के विरुद्ध गिरफ्तारी वारंट जारी किया जाता है तो सामान्यतः यह प्रश्न उत्पन्न होता है कि क्या मजिस्ट्रेट के द्वारा जारी गिरफ्तारी वारंट के खिलाफ अग्रिम जमानत का उपचार प्राप्त है अथवा नहीं  ? इस संबंध में अरविंद सूद विरूद्ध रूपाली , 2003 ( 5 ) एम . पी . एल . जे . 48 , अवलोकनीय है जिसके अनुसार यदि मजिस्ट्रेट के द्वारा  गिरफ्तारी वारंट जारी किया जाता है तो वरिष्ठ न्यायालय को अग्रिम जमानत के आवेदन की सुनवाई करने का अधिकार है तथा आवेदन  प्रचलन योग्य है |

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